Monday 8 December, 2008

रानी हारीं, कांग्रेस की एंट्री

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटों में से 96 पर जीत हासिल कर कांग्रेस राज्य में सबसे बड़े राजनीतिक दल के रूप में उभरी है। भारतीय जनता पार्टी को 77 और अन्य को 20 स्थान मिले हैं।
कांग्रेस के विजयी उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलौत, विधानसभा में विपक्ष के नेता हेमाराम चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री शीशराम ओला के पुत्र ब्रजेंद्र ओला और पूर्व मंत्री तथा बालीवुड कलाकार बीना काक शामिल हैं।
कांग्रेस के चुनाव हारने वाले प्रमुख प्रत्याशियों में राज्य इकाई प्रमुख सी.पी.जोशी,रोज्य कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बी.डी.काल्ला और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामनिवास मिर्धा के पुत्र हरेंद्र मिर्धा शामिल हैं। जोशी तो केवल एक वोट से पराजित हुए हैं। चुनाव के ठीक पहले भाजपा से कांग्रेस में गए विश्वेंद्र सिंह को भी हार का सामना करना पड़ा है।
भाजपा की ओर से जीतने वालों में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी घनश्याम तिवाड़ी, कालीचरण सर्राफ, राजेंद्र सिंह राठौड़ तथा प्रभु लाल सैनी शामिल हैं। भाजपा की ओर से हारने वाले सबसे प्रमुख लोगों में विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह और मंत्री कालूलाल गुर्जर तथा नाथू सिंह गुर्जर शामिल हैं।
राज्य में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने सत्ता वापस पाने की रणनीति बनाने के लिए बैठक आरंभ कर दी है। उधर जहां सत्ता की ओर बढ़ रही कांग्रेस के मुख्यालय में उत्सव का माहौल हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अपनी हार के कारणों पर मंथन कर रहे हैं।
कांग्रेस मुख्यालय में उसके कार्यकर्ता गाजे बाजे के साथ –‘आई आई कांग्रेस आई, राहुल गांधी जिंदाबाद और सोनिया गांधी जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सत्येंद्र राघव ने कहा -चुनाव नतीजों से सिद्ध हो गया कि राज्य के मतदाताओं ने भाजपा सरकार और उसके विकास के दावे को नकार दिया है। हम बहुमत हासिल कर रहे हैं।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलौत के आवास के बाहर भी उत्सव का माहौल दिखाई दिया। गहलौत ने कहा-लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में जनादेश दिया है। मतदाताओं ने खराब सरकार के खिलाफ वोट दिया है।
नए मुख्यमंत्री के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा कि नए नेता का चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से किया जाएगा और उचित समय पर उसके नाम की घोषणा की जाएगी। कांग्रेस नेता और दौसा से सांसद सचिन पायलट ने नई दिल्ली में कहा-चुनाव नतीजों से स्पष्ट हो गया कि लोग भाजपा सरकार से तंग आ गए थे।
उधर नई दिल्ली में भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने राजस्थान के नतीजों पर निराशा जताई है। उनके सहयोगी और राज्य भाजपा प्रवक्ता अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि बागी उम्मीदवारों के कारण पार्टी अपेक्षित प्रदर्शन करने में विफल रही। भाजपा के काफी अधिक बागी उम्मीदवार जीत रहे हैं।
राजनैतिक विश्लेषक विजय शर्मा ने भी ऐसी ही प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्थान में भाजपा को भाजपा ने ही हराया है।

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