Monday 22 December, 2008

भारत में मदरसे बंद हों : ठाकरे

नई दिल्ली। शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे का एक बार फिर पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में एक आग उगलता बयान छपा है।
बालासाहेब ठाकरे ने अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से कहा कि हमें इराक जैसे देश से देशभक्ति की सीख लेनी चाहिए। जहां के लोग अपने देश पर हो रहे अत्याचार को नहीं देख सकता और दुनिया के सबसे ताकतवर आदमी को अपने जूते से मार कर अपने स्वाभिमान का परिचय दिया है।
ठाकरे ने आगे लिखा कि इराक के लोगों ने उस शख्स की सराहना की। लेकिन अफ़सोस की बात यह भी है की हमारे देश पर सबसे बड़े आतंकी हमले होने के बाद भी ऐसा हलचलें नहीं देखी गईं। ठाकरे ने देश की सरकार के खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए आलोचना की है।
साथ ही ठाकरे ने कहा कि भारत को पाकिस्तान का अब और इंतजार नहीं करना चाहिए। सीधा पाकिस्तान पर चढ़ाई कर देनी चाहिए। पाकिस्तान भारत को गुमराह कर रहा है।
उन्होंने अपने देश में चल रहे मदरसों को भी बंद करने की बात कही है। उनका कहना है कि मुस्लिम बच्चों को मदरसों के बजाय सामान्य स्कूलों में भेजा जाए। धार्मिक आधार पर उन्हें आरक्षण न दिया जाए।
सरकार को निशाने पर लेते हुए ठाकरे ने कहा कि जबतक यूपीए की सरकार रहेगी तबतक देश संकट में रहेगा और हम इससे कभी भी नहीं उभर पाएंगे। इतना कुछ के बाद ठाकरे ने कहा कि उन्होंने राजनीति से संन्यास नहीं लिया है।

Monday 8 December, 2008

MP:जनादेश एक बार फिर BJP के खाते में

भोपाल। मध्य प्रदेश की जनता ने सत्ता की चाबी एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)को सौंप दी है। यहां विधानसभा के घोषित 185 सीटों के परिणामों में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत प्राप्त कर लिया है।
राज्य की 13वीं विधानसभा के लिए 27 नवंबर को हुए चुनाव की मतगणना फिलहाल जारी है। विधानसभा की 230 सीटों में से सोमवार देर शाम तक 185 सीटों के नतीजे घोषित कर दिए गए, जिनमें भाजपा ने 119 सीटों पर जीत दर्ज कर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। दूसरी ओर कांग्रेस मात्र 55 सीटें ही जीत पाई है।
घोषित परिणामों में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को पांच, भारतीय जनशक्ति (भाजश) को दो, समाजवादी पार्टी (सपा)को एक और निर्दलीय को तीन स्थानों पर जीत हासिल हुई है। हालांकि 45 सीटों की मतगणना का जारी है, जिनमें से 21 पर भाजपा, 17 पर कांग्रेस, तीन पर बसपा और चार पर भाजश बढ़त बनाए हुए है।

रानी हारीं, कांग्रेस की एंट्री का रास्ता साफ

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटों में से 96 पर जीत हासिल कर कांग्रेस राज्य में सबसे बड़े राजनीतिक दल के रूप में उभरी है। भारतीय जनता पार्टी को 77 और अन्य को 20 स्थान मिले हैं।
कांग्रेस के विजयी उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलौत, विधानसभा में विपक्ष के नेता हेमाराम चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री शीशराम ओला के पुत्र ब्रजेंद्र ओला और पूर्व मंत्री तथा बालीवुड कलाकार बीना काक शामिल हैं।
कांग्रेस के चुनाव हारने वाले प्रमुख प्रत्याशियों में राज्य इकाई प्रमुख सी.पी.जोशी,रोज्य कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बी.डी.काल्ला और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामनिवास मिर्धा के पुत्र हरेंद्र मिर्धा शामिल हैं। जोशी तो केवल एक वोट से पराजित हुए हैं। चुनाव के ठीक पहले भाजपा से कांग्रेस में गए विश्वेंद्र सिंह को भी हार का सामना करना पड़ा है।
भाजपा की ओर से जीतने वालों में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी घनश्याम तिवाड़ी, कालीचरण सर्राफ, राजेंद्र सिंह राठौड़ तथा प्रभु लाल सैनी शामिल हैं। भाजपा की ओर से हारने वाले सबसे प्रमुख लोगों में विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह और मंत्री कालूलाल गुर्जर तथा नाथू सिंह गुर्जर शामिल हैं।
राज्य में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने सत्ता वापस पाने की रणनीति बनाने के लिए बैठक आरंभ कर दी है। उधर जहां सत्ता की ओर बढ़ रही कांग्रेस के मुख्यालय में उत्सव का माहौल हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अपनी हार के कारणों पर मंथन कर रहे हैं।
कांग्रेस मुख्यालय में उसके कार्यकर्ता गाजे बाजे के साथ –‘आई आई कांग्रेस आई, राहुल गांधी जिंदाबाद और सोनिया गांधी जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सत्येंद्र राघव ने कहा -चुनाव नतीजों से सिद्ध हो गया कि राज्य के मतदाताओं ने भाजपा सरकार और उसके विकास के दावे को नकार दिया है। हम बहुमत हासिल कर रहे हैं।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलौत के आवास के बाहर भी उत्सव का माहौल दिखाई दिया। गहलौत ने कहा-लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में जनादेश दिया है। मतदाताओं ने खराब सरकार के खिलाफ वोट दिया है।
नए मुख्यमंत्री के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा कि नए नेता का चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से किया जाएगा और उचित समय पर उसके नाम की घोषणा की जाएगी। कांग्रेस नेता और दौसा से सांसद सचिन पायलट ने नई दिल्ली में कहा-चुनाव नतीजों से स्पष्ट हो गया कि लोग भाजपा सरकार से तंग आ गए थे।
उधर नई दिल्ली में भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने राजस्थान के नतीजों पर निराशा जताई है। उनके सहयोगी और राज्य भाजपा प्रवक्ता अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि बागी उम्मीदवारों के कारण पार्टी अपेक्षित प्रदर्शन करने में विफल रही। भाजपा के काफी अधिक बागी उम्मीदवार जीत रहे हैं।
राजनैतिक विश्लेषक विजय शर्मा ने भी ऐसी ही प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्थान में भाजपा को भाजपा ने ही हराया है।

रानी हारीं, कांग्रेस की एंट्री

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटों में से 96 पर जीत हासिल कर कांग्रेस राज्य में सबसे बड़े राजनीतिक दल के रूप में उभरी है। भारतीय जनता पार्टी को 77 और अन्य को 20 स्थान मिले हैं।
कांग्रेस के विजयी उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलौत, विधानसभा में विपक्ष के नेता हेमाराम चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री शीशराम ओला के पुत्र ब्रजेंद्र ओला और पूर्व मंत्री तथा बालीवुड कलाकार बीना काक शामिल हैं।
कांग्रेस के चुनाव हारने वाले प्रमुख प्रत्याशियों में राज्य इकाई प्रमुख सी.पी.जोशी,रोज्य कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बी.डी.काल्ला और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामनिवास मिर्धा के पुत्र हरेंद्र मिर्धा शामिल हैं। जोशी तो केवल एक वोट से पराजित हुए हैं। चुनाव के ठीक पहले भाजपा से कांग्रेस में गए विश्वेंद्र सिंह को भी हार का सामना करना पड़ा है।
भाजपा की ओर से जीतने वालों में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी घनश्याम तिवाड़ी, कालीचरण सर्राफ, राजेंद्र सिंह राठौड़ तथा प्रभु लाल सैनी शामिल हैं। भाजपा की ओर से हारने वाले सबसे प्रमुख लोगों में विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह और मंत्री कालूलाल गुर्जर तथा नाथू सिंह गुर्जर शामिल हैं।
राज्य में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने सत्ता वापस पाने की रणनीति बनाने के लिए बैठक आरंभ कर दी है। उधर जहां सत्ता की ओर बढ़ रही कांग्रेस के मुख्यालय में उत्सव का माहौल हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अपनी हार के कारणों पर मंथन कर रहे हैं।
कांग्रेस मुख्यालय में उसके कार्यकर्ता गाजे बाजे के साथ –‘आई आई कांग्रेस आई, राहुल गांधी जिंदाबाद और सोनिया गांधी जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सत्येंद्र राघव ने कहा -चुनाव नतीजों से सिद्ध हो गया कि राज्य के मतदाताओं ने भाजपा सरकार और उसके विकास के दावे को नकार दिया है। हम बहुमत हासिल कर रहे हैं।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलौत के आवास के बाहर भी उत्सव का माहौल दिखाई दिया। गहलौत ने कहा-लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में जनादेश दिया है। मतदाताओं ने खराब सरकार के खिलाफ वोट दिया है।
नए मुख्यमंत्री के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा कि नए नेता का चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से किया जाएगा और उचित समय पर उसके नाम की घोषणा की जाएगी। कांग्रेस नेता और दौसा से सांसद सचिन पायलट ने नई दिल्ली में कहा-चुनाव नतीजों से स्पष्ट हो गया कि लोग भाजपा सरकार से तंग आ गए थे।
उधर नई दिल्ली में भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने राजस्थान के नतीजों पर निराशा जताई है। उनके सहयोगी और राज्य भाजपा प्रवक्ता अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि बागी उम्मीदवारों के कारण पार्टी अपेक्षित प्रदर्शन करने में विफल रही। भाजपा के काफी अधिक बागी उम्मीदवार जीत रहे हैं।
राजनैतिक विश्लेषक विजय शर्मा ने भी ऐसी ही प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्थान में भाजपा को भाजपा ने ही हराया है।


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